15 अगस्त, 2024 को भारत अपना 78वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाएगा, इस अवसर पर राष्ट्र 77 वर्षों की स्वतंत्रता, प्रगति और एकता पर विचार करेगा। यह दिन उन बहादुर आत्माओं को श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी और राष्ट्र निर्माण के लिए नए सिरे से प्रतिबद्धता को प्रेरित किया।
लाल किला समारोह: राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक
मुख्य समारोह दिल्ली के लाल किले में होता है, जहाँ प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और राष्ट्र को संबोधित करते हैं। भाषण में भारत की उपलब्धियों, भविष्य की आकांक्षाओं और चुनौतियों पर काबू पाने में एकता के महत्व को रेखांकित किया जाता है।
स्वतंत्रता का राष्ट्रव्यापी उत्सव
पूरे देश में, स्कूल, सरकारी संस्थान और समुदाय ध्वजारोहण समारोह, सांस्कृतिक कार्यक्रम और परेड में शामिल होते हैं। तिरंगा सड़कों और घरों की शोभा बढ़ाता है, जो भारत की विविधता में एकता और इसकी यात्रा में सामूहिक गौरव का प्रतीक है।
चिंतन और देशभक्ति का समय
स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक भारतीय के लिए राष्ट्र की प्रगति पर चिंतन करने, अतीत का सम्मान करने और एक उज्जवल, अधिक समावेशी भविष्य की ओर देखने का एक क्षण है।