2024 पेरिस ओलंपिक के नज़दीक आते ही, भारत का बैडमिंटन दल बड़ी उम्मीदों और कड़ी तैयारी के साथ कमर कस रहा है। अनुभवी चैंपियन और उभरते सितारों के मिश्रण के साथ, राष्ट्र कोर्ट पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने और मायावी ओलंपिक स्वर्ण जीतने के लिए तैयार है।
पीवी सिंधु: शीर्ष स्थान पर नज़र
भारत की सबसे सफल बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक पीवी सिंधु पेरिस में स्वर्ण की प्रबल दावेदार हैं। रियो 2016 में रजत और टोक्यो 2020 में कांस्य जीतने के बाद, सिंधु का ध्यान अब शीर्ष पुरस्कार जीतने पर है। उनका अथक प्रशिक्षण, अनुभव और मानसिक दृढ़ता उन्हें ओलंपिक मंच पर एक दुर्जेय प्रतिद्वंद्वी बनाती है।
लक्ष्य सेन: उभरता सितारा
भारत की सबसे प्रतिभाशाली युवा प्रतिभाओं में से एक लक्ष्य सेन अपनी आक्रामक खेल शैली और तीखे रिफ्लेक्स से बैडमिंटन की दुनिया में धूम मचा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में लगातार दमदार प्रदर्शन के बाद, सेन को भारत के लिए पदक की एक प्रमुख संभावना के रूप में देखा जा रहा है। पेरिस तक उनकी यात्रा पर नज़र रखना ज़रूरी होगा।
किदांबी श्रीकांत: वापसी के बादशाह
किदांबी श्रीकांत, जिन्हें कभी दुनिया का नंबर एक खिलाड़ी माना जाता था, असंगत प्रदर्शन के दौर के बाद मज़बूत वापसी कर रहे हैं। नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने और रणनीतिक दृष्टिकोण के साथ, श्रीकांत ओलंपिक के समय तक अपनी शीर्ष फ़ॉर्म को फिर से हासिल करने का लक्ष्य बना रहे हैं। उनका अनुभव और कौशल उन्हें पोडियम फ़िनिश के लिए एक गंभीर दावेदार बनाते हैं।
पेरिस 2024 के लिए भारत की बैडमिंटन संभावनाएँ पहले से कहीं ज़्यादा उज्ज्वल हैं, क्योंकि ये खिलाड़ी बढ़त बनाए हुए हैं। उनका दृढ़ संकल्प, प्रतिभा और तैयारी भारत के स्वर्ण पदक के सपने को हकीकत में बदल सकती है।